दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का इतिहास विभाग द्वारा इतिहास संस्कृति एवं पुरात्व विभाग तथा अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के संयुक्त तत्वावधान में किया गया आयोजन

आज दिनांक 13/11/2022 को इतिहास संस्कृति एवं पुरात्व विभाग तथा अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का विषय भारत के स्वाधीनता संग्राम में उत्तराखंड का योगदान रहा। प्रातः 10 बजे उद्घाटन सत्र प्रारंभ हुआ जिसकी अध्यक्षता पीसी जोशी नगरपालिका अध्यक्ष द्वारा की गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्म श्री डॉ ललित पांडेय, विशिष्ट अतिथि देवेंद्र जोशी, बीज व्याख्यात संजय थे। सेमिनार के संयोजक प्रो० बीडीएस नेगी ने स्वागत भाषण एवं सभी अतिथियों का परिचय दिया। इसके उपरांत विभाग द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया गया तथा विभिन्न स्वन्त्रता संग्राम सेनानी के परिजनों को सम्मानित किया गया।

ततपश्चात बीज व्याख्याता संजय मिश्रा जी ने स्वंत्रतता के विषय मे भारतीय विचारधारा तथा इतिहास लेखन की परंपराओं के आधार पक्ष का मूल्यांकन किया। मुख्य अतिथि पदमश्री ललित पांडेय जी द्वारा उत्तराखंड के भारत की स्वाधीनता संग्राम में योगदान तथा विभिन्न स्वाधीनता सेनानियों के विषय मे अपने विचार व्यक्त किये।

कार्यक्रम के अध्यक्ष पीसी जोशी द्वारा समाज के विभिन्न वर्गों के योगदान का उल्लेख किया गया। कार्यक्रम के अंत मे डॉ गोकुल दियोपा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। इसके बाद द्वितीय सत्र में विद्वानों, प्रोफ़ेसरों द्वारा शोध पत्र पड़े गए।

कार्यक्रम के दौरान परिसर की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो० इला साह, प्रो० नीरज तिवारी, प्रो० जीवन रावत, प्रो० हामिद अंसारी, प्रो० अधिकारी, प्रो० जया उप्रेती, डॉ रवि कुमार, डॉ योगेश मैनाली, डॉ प्रेमा खाती, डॉ लक्ष्मी वर्मा, डॉ शालिनी पाठक, चंदन जीना, जीवन भट्ट, पूजा, माला, शोधार्थी आशीष पंत, मयंक पंत आदि मौजूद रहे।