नियुक्ति की आस में आज भी निदेशालय परिसर में धरने में डटे रहे डायट डीएलएड प्रशिक्षित

पिछले 26 दिनों से लगातार अपनी मांगों को लेकर शिक्षा निदेशालय में आंदोलनरत डायट डीएलएड प्रशिक्षित आज भी धरने पर डटे रहे। इस अवसर पर प्रशिक्षितों ने सर्वप्रथम निदेशालय परिसर में नारे बाज़ी के साथ अपनी मांगों को अधिकारियों तक पहुंचाया।

मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री और विभाग द्वारा दिये गए सकरात्मक आश्वासन के बाद भी सभी डायट डीएलएड (बीटीसी) प्रशिक्षित ‘आश्वासन नही नियुक्ति दो’ के नारे के साथ 1 सितंबर का इंतजार कर रहे हैं। 1 सितम्बर को लगे कोर्ट केस की सुनवाई के परिणाम से आदोंलन की दशा व दिशा निर्धारित की जाएगी।

चकराता से आये डायट डीएलएड प्रशिक्षित मुकेश चौहान ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमारे लिए नियुक्ति ही सबसे बड़ा त्योहार है। सरकार को चाहिए कि सरकारी प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगारों की समस्या का प्राथमिकता से निदान किया जाना चाहिए।यदि सरकार जल्दी ही नहीं जाएगी तो धरने को और भी उग्र रूप दिया जाएगा।

बागेश्वर से आये प्रशिक्षित मनोज जोशी ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय से न्याय की आशा है पर न्याय में देरी भी न्याय की आशा में बैठे प्रशिक्षितों के साथ अन्याय है। सरकार और विभाग को शीघ्रता से माननीय न्यायालय में लंबित वादों का निपटान कर राजकीय डायट डीएलएड प्रशिक्षितों को नियुक्ति प्रदान करनी चाहिए, ये उनका नैतिक कर्तव्य भी है। शिक्षक पद की मर्यादा में रहते हुए विराध प्रदर्शन से यदि विभाग और सरकार नहीं चेते तो हताश प्रशिक्षितों के आंदोलन के उग्र होने की दशा में इसकी पूर्ण जिम्मेदारी सरकार व विभाग की होगी।

इसी क्रम में बाकी प्रशिक्षितों ने आज निदेशालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया। क्रमिक अनशन में आज मुकेश चौहान, रजत धीमान, उपेंद्र मेहता और सुंदर आर्या बैठे।