एन एस यू आई उत्तराखंड के प्रदेश महासचिव गोपाल भट्ट ने आज जारी एक बयान में कहा कि वर्तमान सरकार हमेशा से ही छात्र विरोधी निर्णय लेते आई है। एन एस यू आई पूरे देश में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन और उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी सतवीर चोधरी के मार्गदर्शन में लगातार पूरे देश व प्रदेश में सभी कैंपस और महाविद्यालयों में बिना परीक्षा के इस महामारी के दौरान छात्रों को पास करने की मांग लम्बे समय से धरना प्रदर्शन और अन्य माध्यमों से सरकार तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। लेकिन इस डबल इंजन की सरकार छात्र विरोधी निर्णय ले रही है। भट्ट ने आगे बताया कि कोरोना महामारी के दौर में सरकार को छात्रों कि बात सुननी चाहिए। यदि सरकार ने छात्रों की मांगे नहीं मानी तो एन एस यू आई जल्द ही पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन धरना करने को बाध्य होगी। कोरोना महामारी के दौर में छात्र मनोवैज्ञानिक रूप से दबाव में हैं। प्रदेश महासचिव ने जोर देते हुए कहा कि सरकार अपना रुख स्पष्ट करे और महामारी की इस विषम परिस्थितियों में सभी छात्र छात्राओं को की फीस माफ करे और साथ ही प्राइवेट स्कूलों में हो रही मनमानी पर भी रोक लगाए। प्राइवेट स्कूल के छात्रों और अध्यापकों का भविष्य खतरे में है। उन्होंने प्राइवेट स्कूलों के छात्रों की फीस माफ करने के साथ ही प्राइवेट शिक्षको को भी सरकार की तरफ से आर्थिक मदद देने की मांग की।