राज्य स्थापना दिवस पर कांग्रेसजनों ने दी उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि

अल्मोड़ा-आज उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेसजनों ने उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय ने कहा कि भारत में प्राकृतिक सुंदरता को प्रदर्शित करने वाला सबसे सुंदर राज्य उत्तराखंड है। इसका पूर्व नाम उत्तरांचल था।भारत के पर्वतीय राज्य उत्तराखंड का गठन 9 नवंबर 2000 को भारत के 27 वें राज्य के तौर पर किया गया था और प्रतिवर्ष इसी तिथि को उत्तराखंड स्थापना दिवस मनाया जाता है।अलग होने से पूर्व यह राज्य उत्तरप्रदेश के साथ जुड़ा हुआ था। उत्तराखंड का गठन उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी भाग से कई जिलों और हिमालय पर्वत श्रृंखला के एक हिस्से को मिलाकर किया गया था। इस वर्ष 22 वां उत्तराखंड स्थापना दिवस मनाया जा रहा है।2007 में राज्य का नाम औपचारिक रूप से उत्तरांचल से उत्तराखंड में बदल दिया गया था।यह मुख्यतः एक पहाड़ी राज्य है जो हिमालय पर्वत श्रेणी की तलहटी में बसा हुआ है।उत्तराखंड प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है जिसमें ग्लेशियर, नदियाँ, घने जंगल और बर्फ से ढकी पर्वत चोटियाँ शामिल हैं। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री के चार सबसे पवित्र और श्रद्धेय हिंदू मंदिर जिन्हें चार-धाम के नाम से भी जाना जाता है उत्तराखंड में स्थित हैं और इसलिए इस राज्य को ‘देवभूमि’ के रूप में जाना जाता है। उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून है और उच्च न्यायालय नैनीताल में स्थित है।

कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय, विधायक मनोज तिवारी, नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला, महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, नारायण दत्त पाण्डेय, शहजाद कश्मीरी, जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक, जिला सचिव दीपांशु पाण्डेय, महेश आर्या, सरस्वती रोडियो, राबिन भण्डारी, रमेश नेगी, अरविन्द रौतेला, पूनम आर्या आदि शामिल रहे।