150 घंटे चलने वाले कवि सम्मेलन में भाग लेंगी द्वाराहाट की श्रुतिका शाह

अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट की बेटी श्रुतिका साह ने 150 घंटे चलने वाले कवि सम्मेलन में प्रतिभाग करने का स्थान बनाया है। श्रुतिका साह छायावादी चिंतन की कवित्री है, इससे पहले उनकी कई कविताएं ऑनलाइन लोगों के सामने आ चुकी हैं तथा लोगों ने उनकी कविताओं को काफी सराहा है। इस बार उसके लिए और भी गौरव की बात है कि 150 घंटे चलने वाले इस ऑनलाइन कवि सम्मेलन में वह अपने ग्रह नगर का प्रतिनिधित्व कर रही है। वह उस कार्यक्रम में भागीदारी कर रही हैं जो इंडिया वर्ड रिकॉर्ड में शामिल होगा। द्वाराहाट निवासी युवा कवयित्री श्रुतिका साह का चयन विश्व रिकार्ड कवि सम्मेलन के लिए होने से द्वाराहाट के साहित्य प्रेमियों में हर्ष की लहर है। विशेष बात यह है कि इस कवि सम्मलेन में “बुलंदी जज्बात ए कलम” संस्था द्वारा उन्हें आमंत्रित किया गया है। बुलंदी जज्बात ए कलम का बहुप्रतिष्ठित कार्यक्रम वर्चुअल मैराथन कवि सम्मेलन 150 घंटे का होगा। इस कार्यक्रम को वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज़ किया जाएगा।
बुलंदी के संस्थापक बादल बाजपुरी ने बताया की 150 घंटे तक चलने वाला यह कार्यक्रम इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होकर एक यादगार कार्यक्रम बन जाएगा। कवि सम्मेलन साहित्यिक संस्था रुद्रपुर, उत्तराखंड की ‘बुलंदी जज्बात-ए-कलम’ के सौजन्य से आयोजित किया जा रहा है। कवि सम्मेलन 11 से 16 जुलाई तक 11 बजे से आरंभ होकर 16 जुलाई तक लगातार ऑनलाइन चलेगा। 150 घंटे का कवि सम्मेलन जिसमे देश विदेश सहित 600 कवि और कवयित्रियां हिस्सा लेंगे। अल्मोडा श्रुतिका साह भी अपने द्वारा लिखी हुई रचनाओं को पढ़कर अल्मोड़ा का नाम रोशन करेंगी। श्रुतिका यहां कालीखोली निवासी गिरीश चन्द्र साह की पुत्री हैं। श्रुतिका साह भौतिक विज्ञान में परास्नातक करने के बाद वर्तमान में भीमताल से बीएड कर रही है। उन्होंने बताया कि वे छायावाद की कवयित्री है। इससे पूर्व सोशल वेबसाइट पर उनकी कविताएं प्रसारित हो चुकी हैं। इसी के आधार पर उन्हें इस विश्व रिकॉर्ड कवि सम्मेलन में भाग लेने का आमंत्रण आया और अब वे इसमें भाग ले रही हैं।