प्रो. भीमा मनराल के निर्देशन में शिक्षा संकाय में एम एड के शोधार्थियों के लिए छह दिवसीय स्व-विकास कार्यशाला का हुआ आयोजन, दी यह जानकारी

शिक्षा संकाय, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर अल्मोड़ा में एम. एड प्रथम सिमेस्टर के शोधार्थियों के लिए “सेल्फ अवेयरनेस, सेल्फ केयर एण्ड सेल्फ-सिक्योरिटी “विषय पर छ दिवसीय स्व-विकास कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि प्रो. इला बिष्ट, विभागाध्यक्ष, जीव विज्ञान विभाग तथा प्रो. भीमा मनराल, विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष शिक्षा संकाय द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख बीप प्रज्जवलित कर किया गया। प्रो. इला बिष्ट द्वारा ‘बर्ल्ड स्पैरोडे’ स्वं पारस्थितिकी तन्त्र में स्पैरो की भूमिका को बताया गया तथा एम. एड0 शोधार्थियों को स्व- विकास कार्यक्रम हेतु शुभकामनाएँ दी गई। प्रो० भीमा मनराल द्वारा स्व- विकास कार्यक्रम के उद्देश्यों पर पर प्रकाश डाला गया।

कार्यक्रम के पहले दिन “इनहेन्सिंग कम्यूनिकेशन स्किल’ विषय पर सम्प्रेषण कौशल, इसके प्रकार, विशेषता, तथा अपने सम्प्रेषण में सुधार कैसे करे? से सम्बन्धित गतिविधियाँ की गई। संप्रेषण में बाधा, दूसरे का परिचय स्वयं द्वारा, बोलने एवं सुनने सम्बन्धित गतिविधियों में एम० एड० शोधार्थियों द्वारा बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया गया।

कार्यक्रम का संचालन डा. अंकिता कश्यप तथा डा. पूजा प्रकाश के द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभाग के सभी प्राध्यापक तथा एम० एड० शोधार्थीी, मोनिका सतवाल, निष्ठा, राजेन्द्र, निकिता, शैलजा, हिमानी, मनीषा, पंकज, शैली, बबीता, चन्द्रकला, प्रियंका आदि उपस्थित थे।