गीता तिवारी की चित्रों की प्रदर्शनी लगेगी मुम्बई की प्रसिद्ध जहांगीर आर्ट गैलरी में

अल्मोड़ा-गीता तिवारी अल्मोड़ा उत्तराखंड की युवा चित्रकार हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई बीएफए,एमएफए दृश्यकला संकाय एस एस जे कैम्पस अल्मोड़ा से पूरी करने के बाद दिल्ली में दो वर्ष एसकेएटी (संजय कुमार आर्ट इन्स्टीट्यूट) में वरिष्ठ एवं विख्यात कलाकार संजय कुमार के मार्गदर्शन में काम किया। तत्पश्चात् उन्होंने दिल्ली में अपना स्टूडियो बनाया और अपना कार्य प्रारम्भ किया। दिल्ली में हाल ही में उनके चित्रों की एक प्रदर्शनी भी लगाई गयी जिसमें उनकी कला की जमकर सराहना हुई। प्रदर्शनी में उनकी पेंटिंग को लोगों ने काफी पसन्द भी किया और खरीदा।अब उन्हें सपनों की नगरी के नाम से मशहूर मुम्बई में अपनी कला का, अपने चित्रों की प्रदर्शनी लगाने का मौका मिला है। मुम्बई नगरी में उनके चित्रों की पहली प्रदर्शनी नेहरू सेंटर में 22 अगस्त से 28 अगस्त तक लगेगी। इसके बाद अगली प्रदर्शनी जहांगीर आर्ट गैलरी में 18 सितम्बर से 24 सितम्बर तक लगेगी।जहांगीर आर्ट गैलरी में किसी कलाकार के चित्रों की प्रदर्शनी लगना बहुत बड़ी बात है क्योंकि जिन भी चित्रकारों की कला प्रदर्शनी जहांगीर आर्ट गैलरी में लगी है आगे जाकर उन कलाकारों ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। युवा कलाकार गीता तिवारी भी अपनी कला के माध्यम से यहां की संस्कृति को अपने चित्रों के माध्यम से पूरे प्रदेश में ले जाने का काम कर रही हैं और अल्मोड़ा शहर का नाम रोशन कर रही हैं। वह अल्मोड़ा की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत भी हैं। उनकी कला की अपनी एक श्रेणी है। उनका प्रतीकवाद में गहरा रूझान है। उन्हें प्रकृति की सुन्दरता व सार को अलग अलग माध्यमों से कैनवास पर उतारना पसन्द है। उनके काम में कभी उत्तराखंड की संस्कृति झलकती है तो कभी प्रकृति, नारी चित्रण, उनकी कला कृतियों में भावनाओं का अहम स्थान है। अभी उनके द्वारा जो चित्रों के जो काम किये गये हैं वो प्रकृति से रिलेटिव है। उनके काम की हर तरफ सराहना की जा रही है। गीता तिवारी के पिता बसन्त बल्लब तिवारी लालाबाजार डाकघर में उप डाकपाल के पद पर कार्यरत हैं तथा माता लता तिवारी गृहिणी हैं तथा कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष भी रह चुकी हैं तथा वर्तमान में महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव हैं।